बिलाड़ा के बरना ग्राम पंचायत परिसर में ई मित्र संचालक से ग्राम सेवक दादागिरी व डराकर 10 हजार रूपए रिश्वत के रूप में ले ली और रूपए की मांग कर रहा है, अगर रुपए नहीं देने पर ग्राम पंचायत से ई-मित्र बंद करने की धमकी देने लगा, ई-मित्र संचालक सहित विभिन्न लोगों ने ग्राम सेवक के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर विकास अधिकारी को ज्ञापन सोपा, अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। महेंद्र पटेल पुत्र मंगलाराम कुमावत निवासी उचियाड़ा ने ज्ञापन में बताया कि मैं पिछले 5 वर्षों से बरना ग्राम पंचायत में ईमित्र का संचालन कर रहा हूं आज तक कोई भी शिकायत नहीं हुई है। मैं काम नियमों अनुसार कर रहा हूं अतिरिक्त विकास अधिकारी कानाराम के द्वारा बार-बार पंचायत आकर मेरे से पैसों की मांग की गई, रुपए नहीं देने पर मुझे हटाने की धमकी दी गई तथा ईमित्र आईडी भी बंद करवाने की धमकी दी है। मजबूरन होकर 10 हजार रुपए ग्राम सेवक कानाराम को दिए, फिर भी मुझे और रुपए के लिए तंग व परेशान करने लगा, मुझे बार-बार धमकी देने लगा और कहने लगा कि ग्राम पंचायत से तुझे हटा दूंगा आखिर परेशान होकर मैंने लोगों को ग्राम सेवक के आचरण व घटना के बारे में जानकारी दी,ग्राम पंचायत ई मित्र संचालक संघ समिति के प्रदेश अध्यक्ष मानसिंह राठौड़ के नेतृत्व में बिलाड़ा ई मित्र संचालक दिनेश कुमार, महेंद्र कुमार, किशोर मेघवाल, अनिल कुमार ने विकास अधिकारी को ज्ञापन सोपा और ज्ञापन में कहा कि ऐसे भ्रष्ट कर्मचारी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करें और ईमित्र संचालक से दिए गए रुपए वापस दिलाने की मांग की गई अगर भ्रष्ट कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो पंचायत समिति परिसर में आमरण अनशन किया जाएगा।ग्राम पंचायत ई मित्र संचालक समिति के प्रदेश अध्यक्ष मानसिंह राठौड़ ने कहा कि बरना ग्राम सेवक के खिलाफ जयपुर शिष्ट मंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा और ग्राम सेवक के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांगकी जाएगी, ग्राम पंचायत में लगे ई-मित्र नियम अनुसार काम करते हैं फिर भी ग्राम सेवक परेशान करते हैं और ग्राम सेवक अपने आप को गांव का मुख्य समझते हैं ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
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